हेल्थ इंश्योरेंस का हमारा वादा
मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस में हम आपके परिवार के स्वास्थ्य के प्रति आपकी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्लान बनाने का प्रयास करते हैं. और इसी को देखते हुए हमारे प्रोडक्ट तैयार किए गए हैं. आप जीवन के किसी भी चरण में हों और आपके परिवार की जो भी ज़रूरतें हों, हमारे पास सभी की हेल्थकेयर आवश्यकताओं के लिए समाधान उपलब्ध हैं
सम इंश्योर्ड : ₹ 5 लाख - ₹ 3 करोड़
एक संपूर्ण हेल्थ इंश्योरेंस समाधान, जो आपको आवश्यक सुरक्षा, असीम शक्ति और तुरंत मन की शांति देता है.
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹ 3 लाख - ₹ 1 करोड़
एक कॉम्प्रिहेंसिव और फ्लेक्सिबल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान, जो बेहतर कवरेज, बेहतर कंट्रोल और बेहतर देखभाल प्रदान करता है
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹ 2.5 लाख - ₹ 1 करोड़
आपके और आपके परिवार के लिए एक कॉम्प्रिहेंसिव हॉस्पिटलाइज़ेशन प्लान
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹50 लाख - ₹3 करोड़
आजीवन चलने वाला एक हेल्थ इंश्योरेंस
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹0.5 लाख - ₹25 लाख
अपने लिए खास हेल्थ प्लान तैयार करें और इच्छानुसार भुगतान करें. प्रोहेल्थ सेलेक्ट के साथ अपनी ज़रूरतों के अनुसार अपने प्लान को बदलें और अपना भविष्य सुरक्षित करें
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
लॉन्च की तारीख: 22-05-2024
सम इंश्योर्ड : ₹1 लाख - ₹30 लाख
एक अतिरिक्त सुरक्षा, जो आपको हेल्थ प्लान से अधिक सुरक्षा प्रदान करती है.
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹10 लाख तक
किफायती स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹5 लाख तक
स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी विशेष रूप से दिव्यांग व्यक्तियों (PWD), HIV/AIDS से पीड़ित व्यक्तियों और मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों को कवर करने के लिए बनाई गई है
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
सम इंश्योर्ड : ₹ 3 लाख - ₹ 50 लाख
माता-पिता और बड़े-बुज़ुर्ग जन्म से लेकर जीवन के विभिन्न चरणों में अपने बच्चों की देखभाल करते हैं. अब माता-पिता को गिफ्ट देने का समय है. पेश है मणिपाल सिग्ना का नए फीचर वाला एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस प्लान प्राइम सीनियर, जिसे विशेष रूप से सीनियर सिटीज़न के लिए बनाया गया है.
इनके लिए बेस्ट हैः
इंडिविजुअल
फैमिली
मल्टी इंडिविजुअल
मुख्य लाभ
कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं?
क्लेम की सूचना देते समय कौन से विवरण दिए जाने चाहिए?
क्लेम की सूचना देते समय कंपनी को निम्नलिखित विवरण प्रदान किए जाने चाहिए: पॉलिसी नंबर, पॉलिसी का नाम, इंश्योर्ड व्यक्ति का नाम, जिसके संबंध में क्लेम दर्ज किया जा रहा है. बीमारी/चोट का प्रकार. इलाज करने वाले मेडिकल प्रैक्टिशनर और हॉस्पिटल का नाम व पता. भर्ती होने की तारीख और हमारे द्वारा मांगी गई कोई अन्य जानकारी.
हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर
हॉस्पिटल कवर क्या है?
हॉस्पिटल कवर हेल्थ इंश्योरेंस का एक हिस्सा है, जो आपको हॉस्पिटलाइज़ेशन होने पर उत्पन्न खर्चों के लिए कॉम्प्रिहेंसिव फाइनेंशियल कवरेज प्राप्त करने में मदद करता है. बेसिक हॉस्पिटल कवर इंश्योरेंस का विकल्प चुनकर आप किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में एक प्राइवेट मरीज़ के रूप में इलाज करा सकते हैं और आपको अलग से वार्ड की सुविधा मिलेगी. हॉस्पिटलाइज़ेशन में ट्रीटमेंट, आवास शुल्क, सर्जरी शुल्क और हॉस्पिटलाइज़ेशन से जुड़े सभी खर्चे इसमें शामिल होते हैं. आप कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन व्यवस्था के साथ देशभर में फैले हमारे नेटवर्क हॉस्पिटल में भर्ती होने का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए अनिवार्य बात सिर्फ यह है कि हॉस्पिटलाइज़ेशन भर्ती होने के समय से कम से कम 24 घंटे का होना चाहिए.
आपको मणिपाल सिग्ना हॉस्पिटल कवर क्यों चाहिए?
मणिपाल सिग्ना आपको प्राइवेट हॉस्पिटल कवर और कई अन्य फायदों के साथ दो अलग-अलग प्लान प्रदान करता है. आपको इन-पेशेंट हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर की सुविधा मिलती है, जिसमें सभी रूम शुल्क, नर्सिंग शुल्क, ICU शुल्क, सर्जन के साथ डॉक्टर शुल्क, ऑपरेशन थियेटर, ब्लड, ऑक्सीजन और कई अन्य मेडिकल खर्च कवर किए जाते हैं. मणिपाल सिग्ना इसलिए भी लाभदायक है, क्योंकि यह न केवल बेसिक हॉस्पिटल कवर के तहत हॉस्पिटलाइज़ेशन शुल्क को कवर करता है, बल्कि कई अन्य खर्चों के लिए फाइनेंशियल बैकअप भी प्रदान करता है. प्रोहेल्थ प्लान मरीज़ की 30 दिनों की रिकवरी प्रक्रिया के दौरान हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद में किए खर्चों को भी कवर करता है. अगर आपको 24 घंटों से कम समय के इलाज की ज़रूरत होती है, तो इस प्लान के तहत 500+ डे-केयर प्रोसीज़र उपलब्ध कराए जाते हैं. अगर हॉस्पिटल में बेड खाली नहीं है और आप गंभीर परिस्थितियों के कारण हॉस्पिटल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो अपने घर पर डोमिसिलियरी ट्रीटमेंट ले सकते हैं. कई बार, हॉस्पिटल कवर में एंबुलेंस शुल्क शामिल नहीं होता; लेकिन मणिपाल सिग्ना आपकी सहूलियत के अनुसार यह शुल्क भी प्रदान करता है. मेडिकल इमरजेंसी के दौरान एंबुलेंस का ट्रांसपोर्टेशन खर्च भी महत्वपूर्ण होता है. मणिपाल सिग्ना के बेसिक हॉस्पिटल कवर के तहत प्रसूति और बच्चे के जन्म पर होने वाले मेडिकल खर्चों का भी ख्याल रखा जाता है. मणिपाल सिग्ना प्राइवेट हॉस्पिटल कवर में नियमित कवरेज के साथ हेल्थ चेक-अप, गंभीर बीमारियों में एक्सपर्ट की राय आदि भी शामिल हैं.
हमारे हॉस्पिटल कवर में क्या-क्या शामिल है?
मणिपाल सिग्ना फायदों की विस्तृत श्रंखला के साथ किफायती हॉस्पिटल कवर प्रदान करता है. यहां उन बीमारियों या समस्याओं की लिस्ट दी जा रही है, जिनके लिए आप पॉलिसी से लाभ प्राप्त कर सकते हैं-हॉस्पिटलाइज़ेशन के पहले और बाद के खर्चों के साथ सभी इन-पेशेंट हॉस्पिटलाइज़ेशन. डे-केयर ट्रीटमेंट के साथ 24 घंटे से कम समय के लिए हॉस्पिटलाइज़ेशन. अंग और प्रत्यारोपण खर्चों को कवर करने वाले डोनर के खर्च का कवर. आयुष कवर, जो बीमारियों या दुर्घटनाओं में आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध तथा होमियोपैथी के तहत होने वाला ट्रीटमेंट है. मणिपाल सिग्ना के किफायती हॉस्पिटल कवर के तहत प्रसूति और बच्चे के जन्म पर होने वाले मेडिकल खर्चे और पहले वर्ष के टीकाकरण शुल्क भी कवर किए जाते हैं. गंभीर बीमारियों में हेल्थ चेक-अप और एक्सपर्ट की सलाह आप अपने हॉस्पिटल कवर के साथ क्रिटिकल इलनेस राइडर का विकल्प भी चुन सकते हैं. टैक्स लाभ के साथ कई छूट, जैसे लॉन्ग-टर्म छूट, फैमिली छूट, को-पे छूट और कैंसल करने का प्रावधान भी उपलब्ध है.
हमारे हॉस्पिटल कवर में क्या शामिल नहीं है?
मणिपाल सिग्ना अपने तरह के सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटल कवर प्रदान करता है, लेकिन कुछ विशेष बातें हैं, जिनके लिए कवर प्रदान नहीं की जाती है.
हॉस्पिटल कवर इंश्योरेंस के तहत HIV/AIDS और इसकी जटिलताओं के कारण हॉस्पिटलाइज़ेशन को कवर नहीं किया जाता है.
नशीली दवाओं के दुरुपयोग या आत्महत्या के कारण हॉस्पिटलाइज़ेशन.
परमाणु ईंधन या विकिरण के संपर्क में आने से होने वाली किसी भी बीमारी को कवर नहीं किया जाता है.
विदेशी आक्रमण या गृह युद्ध के कारण लगी किसी भी चोट को हॉस्पिटल कवर में शामिल नहीं किया जाता है.
प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों का क्या मतलब है?
प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चे वे खर्च होते हैं, जो हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले किए जाते हैं. आमतौर पर जब आप बीमार पड़ते हैं तो सबसे पहले अपने फैमिली डॉक्टर के पास जाते हैं, जो आपसे तरह-तरह के मेडिकल जांच कराने के लिए कह सकते हैं. जांच के परिणामों के आधार पर आपके फैमिली डॉक्टर आपको एक्सपर्ट के पास जाने की सलाह दे सकते हैं, जो आपकी स्थिति की पहचान करने के साथ इलाज की जानकारी देते हैं. अगर आपकी स्थिति गंभीर है, तो एक्सपर्ट आपको हॉस्पिटलाइज़ेशन की सलाह दे सकते हैं और संभवतः एक छोटी या बड़ी सर्जरी बीमारी से रिकवर होने में आपकी मदद कर सकती है.
आपकी मेडिकल कंडीशन का पता लगाने की प्रक्रिया में, ये खर्चे हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले ही बढ़ सकते हैं, यहां तक कि ये कई गुना बढ़ सकते हैं. लेकिन अपनी मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से आप उन खर्चों के लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं और उन्हें वापस पा सकते हैं, क्योंकि यह हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले के खर्चों को कवर करती है.
पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों का क्या मतलब है?
हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद, खासकर गंभीर बीमारी के बाद, आपके फिज़िशियन आपसे फिर से मेडिकल जांच या कुछ-कुछ दिनों में कई तरह की जांच करवाने को कह सकते हैं. आपकी स्थिति में सुधार हो रहा है या नहीं, या आपको दोबारा हॉस्पिटलाइज़ेशन की ज़रूरत है, इसकी जांच करने के लिए वे फॉलो-अप कंसल्टेशन की सलाह भी दे सकते हैं. इसलिए हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद किए गए खर्चों को पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्च कहा जाता है.
अपने मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के साथ, आप हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद किए गए खर्चों के लिए पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन क्लेम फाइल कर सकते हैं. पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन खर्च उस मेडिकल कंडीशन से संबंधित होने चाहिए, जिसके लिए आप हॉस्पिटल में भर्ती थे, न कि अन्य खर्चों के लिए.
हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद के सामान्य खर्चे:
हॉस्पिटलाइज़ेशन के पहले और बाद के निम्नलिखित खर्चों का रीइम्बर्समेंट प्राप्त करने के लिए आप क्लेम फाइल कर सकते हैं:
प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन कंसल्टेशन |
ब्लड टेस्ट |
यूरिन टेस्ट |
एक्स-रे |
PET और CT स्कैन |
MRIs |
एम्बुलेंस शुल्क |
बायोप्सीज़ |
हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट |
फिज़ियोथेरेपी सेशन |
डायलिसिस और उसी के तरह के उपचार |
रेडिएशन और कीमोथेरेपी |
फॉलो-अप कंसल्टेशन |
टांका निकालने की प्रक्रियाएं |
अन्य मेडिकल स्क्रीनिंग |
प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों का क्लेम कैसे करें?
मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस के साथ आप इन पांच आसान चरणों का पालन करके प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं:
- हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद के खर्च का क्लेम फाइल करने के लिए अपनी मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में दी गई टाइमलाइन को देखें.
- क्लेम फॉर्म भरें (रीइम्बर्समेंट क्लेम के लिए) या क्लेम ID (कैशलेस क्लेम के लिए) प्रदान करें. आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के पेज पर जा सकते हैं और उपयुक्त फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं.
- हॉस्पिटलाइज़ेशन के पहले और बाद के खर्चों को प्रमाणित करने के लिए आपके द्वारा भरे गए क्लेम फॉर्म में जिन डॉक्यूमेंट का उल्लेख किया गया है, उनकी लिस्ट को अच्छी तरह से जांचने के बाद जमा करें.
- मणिपाल सिग्ना आपके क्लेम को सत्यापित करेगा और मूल्यांकन करेगा कि आप जिन खर्चों के लिए रीइम्बर्समेंट का क्लेम कर रहे हैं, वे उस मेडिकल कंडीशन से संबंधित हैं या नहीं, जिसके लिए आप हॉस्पिटल में भर्ती थे.
- आपके क्लेम का सत्यापन करने और मान्य पाए जाने के बाद, हम आपको आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लागू सम इंश्योर्ड के आधार पर प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों के लिए रीइम्बर्स करेंगे.
अगर आपके सभी डॉक्यूमेंट क्रमबद्ध हैं, तो आप 21 कार्य दिवसों के भीतर अपने खर्चों के लिए रीइम्बर्समेंट प्राप्त करने की उम्मीद कर सकते हैं. क्लेम की स्थिति जानने के लिए आप कॉल या ईमेल के माध्यम से भी हमसे जानकारी ले सकते हैं.
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन: क्या करें और क्या न करें
मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस के साथ हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद के खर्चों का क्लेम फाइल करते समय निम्नलिखित बातों पर विचार करना न भूलें:
- आप इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने से 30 दिन पहले तक के प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों का क्लेम कर सकते हैं.
- हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद आप 45-90 दिनों की अवधि में किए गए खर्चों के लिए पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन क्लेम फाइल कर सकते हैं.
- आप आवश्यक डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट की जांच ज़रूर कर लें और खर्च को प्रमाणित करने वाले सभी ओरिजिनल बिल और रसीदों के साथ ही मेडिकल रिपोर्ट्स की फोटोकॉपी भी जमा करें.
- आप प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के लिए रीइम्बर्समेंट क्लेम सिर्फ उस मेडिकल परिस्थिति में कर सकते हैं, जिसके लिए आप हॉस्पिटल में भर्ती थे.
- प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के लिए रीइम्बर्समेंट क्लेम फाइल करते समय, आप मणिपाल सिग्ना द्वारा निर्धारित लागू समय सीमा की जांच कर लें और उसका पूरी तरह से पालन करें.
- अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद, आप एक ही समय प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन दोनों के खर्चों के लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं.
- मणिपाल सिग्ना द्वारा आपको प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के लिए तभी रीइम्बर्स किया जाएगा, जब आपने अपने हॉस्पिटल हेल्थ कवर प्लान पर लागू सम इंश्योर्ड को पूरा खत्म नहीं किया हो.
- अगर आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी में डोमिसिलियरी हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज शामिल है, तो आप पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के हिस्से रूप में इसके लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं.
- आप अपनी मौजूदा मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी के हिस्से के रूप में प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज प्राप्त कर सकते हैं या इसे एक अलग ऐड-ऑन राइडर के रूप में खरीद सकते हैं.
- प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों को प्रमाणित करने के लिए अगर आप क्लेम फॉर्म में सूचीबद्ध सभी डॉक्यूमेंट्स नहीं दे पाते हैं, तो आपका क्लेम अस्वीकार किया जा सकता है.
- अगर आप प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के क्लेम समय-सीमा के भीतर फाइल करने में असफल रहते हैं तो नियमों का पालन नहीं करने के आधार पर आपका क्लेम अस्वीकार किया जा सकता है.
प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन हेल्थ कवर के फायदे:
आपका मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस प्लान प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर के साथ आपको इन अद्वितीय फायदों की सुविधा प्रदान करता है:
- संपूर्ण कवरेज: प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन प्लान आपको न केवल हॉस्पिटलाइज़ेशन से संबंधित खर्चों के लिए, बल्कि इलाज के दौरान किए गए विभिन्न खर्चों के लिए भी कवरेज प्राप्त करने की सहूलियत देता है.
- विभिन्न प्रकार के टेस्ट के लिए कवर: इलाज की अवधि के दौरान अनेक फिज़िशियन द्वारा बताए गए सभी प्रकार के मेडिकल डायग्नोस्टिक टेस्ट के लिए आप क्लेम फाइल कर रीइम्बर्स प्राप्त कर सकते हैं.
- कवरेज के लिए समयावधि: प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन की अवधि के लिए कवरेज समयावधि आमतौर पर 30 दिन की होती है, जबकि आप डिस्चार्ज होने के बाद 90 दिनों तक के पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों का क्लेम कर सकते हैं.
- कैशलेस कवरेज: अगर आप नेटवर्क हॉस्पिटल में इलाज कराते हैं, तो खासतौर पर उसी हॉस्पिटल में होने वाले प्री और पोस्ट-सर्जरी टेस्ट से संबंधित खर्च के लिए भी कैशलेस कवरेज के लाभ ले सकते हैं.
- खर्चों का रीइम्बर्समेंट: आपके प्री और पोस्ट-हॉस्पिटल हेल्थ कवर में आपके पसंदीदा अस्पताल में इलाज कराने और डिस्चार्ज होने के बाद रीइम्बर्समेंट क्लेम फाइल करने का प्रावधान भी शामिल है.
- मन की शांति: क्योंकि प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर में सभी मेडिकल खर्चों का ख्याल रखा जाता है, इसलिए आप खर्चों की चिंता करने के बजाय ज़रूरी ट्रीटमेंट प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.
- फॉलो-अप खर्चे: अगर आपको फॉलो-अप कंसल्टेशन की ज़रूरत पड़ती है, जिसमें मामूली प्रक्रिया जैसे टांके या सिलाई हटाना भी शामिल होता है, तो इन पर होने वाले खर्चों को भी कवर किया जाता है.
प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर का क्लेम फाइल करते समय लगने वाले डॉक्यूमेंट्स
मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस के साथ प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर के लिए क्लेम फाइल करते समय, आप क्लेम फॉर्म में सूचीबद्ध सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स सबमिट करना न भूलें, जिनमें शामिल हैं:
- विधिवत भरा और हस्ताक्षरित फॉर्म, जिसमें आपका नाम, आयु, जन्मतिथि, ईमेल ID, इंश्योरेंस पॉलिसी नंबर, हॉस्पिटल का नाम इत्यादि विवरण शामिल हों.
- सत्यापन उद्देश्य के लिए आपकी आयु, ID और एड्रेस प्रूफ के डॉक्यूमेंट्स की स्व-प्रमाणित कॉपी. आधिकारिक रूप से स्वीकृत डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट प्राप्त करने के लिए आपको क्लेम फॉर्म की जांच करनी चाहिए.
- डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन नोट की एक कॉपी जिसमें यह बताया गया हो कि आपको हॉस्पिटल में इलाज की ज़रूरत है.
- डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की कॉपी जो यह दर्शाए कि आपने आवश्यक मेडिकल टेस्ट करवाएं हैं, साथ ही दवाइयों और विशेषज्ञों द्वारा प्राप्त परामर्श के बिल.
- हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों को दर्शाने वाली डॉक्टर की कंसल्टेशन रसीद, फार्मेसी और डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी द्वारा जारी किए गए सभी ओरिजिनल बिल.
- प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन इलाज के चरण में लेबोरेटरी द्वारा प्रदान की गई सभी मेडिकल रिपोर्ट और रिकॉर्ड की कॉपी.
- प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन के चरण में एम्बुलेंस सेवा के उपयोग को दर्शाने वाली ओरिजिनल रसीदें.
- किसी दुर्घटना या गैर मेडिकल कारणों से हुए हॉस्पिटलाइज़ेशन के मामले में प्राथमिकी रिपोर्ट (FIR) की फोटोकॉपी.
- क्लेम प्रोसेस के समय के दौरान, मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस की क्लेम सेटलमेंट टीम द्वारा समय-समय पर मांगे जाने वाले कोई अन्य डॉक्यूमेंट्स.
*कृपया ध्यान दें कि मामले के अनुसार क्लेम डॉक्यूमेंट्स अलग-अलग हो सकते हैं.
प्री हॉस्पिटलाइज़ेशन और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर कैसे काम करते हैं?
प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के काम का तरीका बहुत आसान है. इसमें न केवल अस्पताल में प्रदान किए गए इलाज, बल्कि हॉस्पिटलाइज़ेशन से संबंधित सभी खर्चों के लिए अनिवार्य रूप से कवरेज शामिल है.
आपके इंश्योरेंस प्रदाता समझते हैं कि मेडिकल ट्रीटमेंट का विस्तार अस्पताल के बाहर भी हो सकता है, जैसे टेस्ट कराना, विशेषज्ञों से मिलना, मेडिकल पेशेवरों से दूसरी और तीसरी राय लेना कि अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है या इसे टाला जा सकता है आदि, और आपको कई तरह के खर्च वहन करने पड़ते हैं.
इसके अलावा, हॉस्पिटलाइज़ेशन के बाद आपको अपने स्वास्थ्य की देख-रेख की आवश्यकता पड़ सकती है; इसमें सुधार हो रहा है या आपको अतिरिक्त इलाज की ज़रूरत है. इसका पता लगाने के लिए, आपको टेस्ट के एक और दौर से गुज़रना पड़ सकता है. ये सब करने में, खर्च काफी बढ़ सकता है, यही कारण है कि आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी इन खर्चों से आपको कवर करती है.
हॉस्पिटलाइज़ेशन इंश्योरेंस कवर की विशेषताएं
हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले और बाद के कवरेज के लिए क्लेम के अलावा, आपकी मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी, हॉस्पिटल में भर्ती होने के समय से लेकर डिस्चार्ज होने तक, हॉस्पिटलाइज़ेशन से संबंधित विभिन्न प्रकार के वास्तविक खर्चों को भी कवर करती है. कवरेज में ये शामिल हैं:
- एक निश्चित उप-सीमा तक हॉस्पिटल के रूम का किराया आपके द्वारा चुने गए हेल्थ प्लान पर आधारित होता है.
- ICU में भर्ती होने से जुड़े खर्चे (वास्तविक रूप से), आपके फिज़िशियन के सुझावों पर निर्भर होते हैं.
- इलाज करने वाले और विज़िटिंग फिज़िशियन, जैसे सर्जन, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट, डायटीशियन आदि द्वारा लगाए जाने वाले शुल्क.
- वास्तविक सर्जरी के दौरान होने वाले खर्चे, जैसे दवाएं, इंजेक्शन का उपयोग और इलाज के लिए आवश्यक विशेष उपकरण (कैथेटर, आर्टिफिशियल वॉल्व, टांके आदि).
- सामान्य कमरे और/या ICU में मरीज़ को फिर से स्वस्थ करने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों से लेकर नर्स तक पर होने वाले खर्च.
- अस्पताल में रहने के दौरान आपको भोजन उपलब्ध कराने से जुड़े खर्च.
- घर पर विभिन्न डोमिसिलियरी ट्रीटमेंट के साथ-साथ डे-केयर प्रक्रियाओं पर होने वाला खर्च, जिनके लिए रातभर हॉस्पिटलाइज़ेशन की ज़रूरत नहीं पड़ती है.
- अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया के दौरान अंगदाता का उपयोग करने के परिणामस्वरूप लगने वाले शुल्क.
सामान्य प्रश्न
हॉस्पिटलाइज़ेशन इंश्योरेंस आमतौर पर क्या कवर करता है?
हॉस्पिटलाइज़ेशन इंश्योरेंस आमतौर पर उन खर्चों को कवर करता है, जो अस्पताल में भर्ती होने पर किए जाते हैं. इन खर्चों में अन्य बातों के अलावा अस्पताल के रूम का किराया, ICU में बिताए गए दिन, अस्पताल में रहने के दौरान दी गई दवाओं का खर्च, भोजन का खर्च, सर्जन और उनकी मेडिकल एक्सपर्ट की टीम जैसे नर्स, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, डायटिशियन से जुड़ी मेडिकल फीस शामिल हो सकती है. हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर अस्पताल में वास्तविक स्टे के अतिरिक्त मेडिकल टेस्ट और स्क्रीनिंग, एक्स-रे, बायोप्सी और हिस्टोपैथोलॉजी जैसे प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों को कवर करता है, साथ ही अस्पताल से आपके डिस्चार्ज होने के बाद फॉलो-अप कंसल्टेशन और मेडिकल टेस्ट जैसे खर्चों को भी कवर करता है.
क्या हम हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के तहत अपनी पसंद के किसी भी अस्पताल में इलाज करा सकते हैं?
हां, आप अपने किसी भी पसंदीदा अस्पताल में इलाज कराने का विकल्प चुन सकते हैं. आप हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के लिए पात्र होंगे, चाहे अपने इंश्योरेंस प्रदाता के नेटवर्क (कैशलेस आधार पर) अस्पताल में इलाज कराने का विकल्प चुनते हैं, या अपनी सहूलियत के अनुसार नॉन-नेटवर्क अस्पताल में इलाज कराने का निर्णय करते हैं. हालांकि, अपने इंश्योरेंस प्रदाता के नेटवर्क के अंतर्गत किसी अस्पताल में इलाज का विकल्प चुनना अधिक लाभदायक साबित होता है, क्योंकि इंश्योरेंस प्रदाता के प्रतिनिधि सीधे अस्पताल के स्टाफ से संपर्क करके बिलिंग और क्लेम से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कर देते हैं.
प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन के तहत कौन से सामान्य खर्चे कवर किए जाते हैं?
प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन का मतलब किसी भी ऐसी जांच या मेडिकल स्क्रीनिंग से है, जिसे कराने की ज़रूरत आपको सर्जरी या इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने से पहले पड़ती है. इन टेस्ट से जुड़े खर्चे हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले के खर्चों के विस्तृत दायरे के तहत आते हैं. प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों के उदाहरणों में ब्लड और यूरिन टेस्ट, एलर्जी टेस्ट, MRI, CT स्कैन, PET स्कैन, एक्स-रे, डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस इत्यादि शामिल हैं.
हम अपने पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों के लिए क्लेम कैसे फाइल कर सकते हैं?
अपने पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों का क्लेम फाइल करने के लिए सबसे पहले आपको डॉक्टर कंसल्टेशन रसीद, डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन (सुझाए गए टेस्ट सहित), आपके द्वारा कराए गए मेडिकल टेस्ट की रसीद, आपके डॉक्टर द्वारा सुझाए गए फॉलो-अप ट्रीटमेंट कोर्स के प्रिस्क्रिप्शन और रसीदों आदि जैसे सभी महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स एकत्र करने होंगे. उसके बाद, आपको इन डॉक्यूमेंट्स को विधिवत भरे गए क्लेम फॉर्म (रीइम्बर्समेंट क्लेम के मामले में) और/या क्लेम ID (कैशलेस क्लेम के मामले में) के साथ अपने इंश्योरेंस प्रदाता के पास जमा करना होगा. इंश्योरेंस प्रदाता सबमिट किए गए विवरणों का सत्यापन करेंगे और खर्चों के लिए आपको रीइम्बर्स करेंगे.
इंश्योरेंस प्रदाता प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन खर्चों का क्लेम कब स्वीकार नहीं करते हैं?
इंश्योरेंस प्रदाता आमतौर पर निम्नलिखित परिस्थितियों में आपके प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों का क्लेम स्वीकार नहीं करते हैं:
- अगर आप अनिवार्य क्लेम फाइल करने की अवधि, जो आमतौर पर अस्पताल में भर्ती होने के 45-90 दिन तक होती है, के बाद क्लेम फाइल करते हैं तो इंश्योरेंस प्रदाता आपके क्लेम को स्वीकार नहीं करते हैं.
- अगर उन्हें पता चलता है कि आपके द्वारा दाखिल किए गए क्लेम अलग इलाज के लिए थे और आप जिस कारण से अस्पताल में भर्ती थे, उससे इसका कोई लेना-देना नहीं है.
- अगर उन्हें पता चलता है कि आपके द्वारा सबमिट किए गए डॉक्यूमेंट्स गलत, अपूर्ण थे, या इनमें कुछ कमी थी.
क्या आपको प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन का कवर अलग-अलग लेना है?
भारत में आमतौर पर प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर अधिकतर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत शामिल होते हैं, और अधिकांश मामलों में, आपको अलग से कवर खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. इसके लिए आपको अपने इंश्योरेंस पॉलिसी एग्रीमेंट की जांच करनी चाहिए, और अगर यह कवरेज इसके एक भाग के तौर पर शामिल नहीं है, तो आप ऐसी पॉलिसी चुन सकते हैं, जिसमें यह कवर शामिल हो या थोड़ा अतिरिक्त भुगतान करके इस कवर को अलग ऐड-ऑन राइडर के रूप में खरीद सकते हैं.
क्या हम पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के तहत आयुर्वेदिक इलाज के लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं?
हां, IRDAI के आदेश के अनुसार, आपके इंश्योरेंस प्रोवाइडर को आयुष ट्रीटमेंट का कवर देना अनिवार्य है, जिसमें आयुर्वेद इंश्योरेंस कवरेज के हिस्से के रूप में शामिल है. जबकि आप आयुर्वेदिक इलाज के लिए पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज प्राप्त कर सकते हैं, आपको इसकी जांच करनी चाहिए कि क्या आप प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर के तहत अन्य गैर-एलोपैथिक या आयुर्वेदिक इलाज (जैसे योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के लिए पात्र हैं.
क्या हम प्री-हॉस्पिटलाइज़ेशन और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर ऑनलाइन खरीद सकते हैं?
हां, आप प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवर सहित सभी प्रकार की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस कवर ऑनलाइन खरीद सकते हैं. आप अपने चुने गए इंश्योरेंस प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर, एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें और उसे भरकर मांगे गए डॉक्यूमेंट्स (जैसा क्लेम फॉर्म में उल्लिखित है) की सॉफ्ट कॉपी सबमिट करके ऐसा कर सकते हैं. उसके बाद आप अपने पसंदीदा तरीके से पॉलिसी का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं. एप्लीकेशन प्राप्त करने के बाद, इंश्योरेंस प्रदाता आमतौर पर आपके ईमेल एड्रेस पर तुरंत आपको पॉलिसी मेल कर देते हैं. कुछ मामलों में, आपको मेडिकल टेस्ट कराना पड़ सकता है, जिसके बाद ही आपके इंश्योरेंस प्रदाता पॉलिसी जारी करते हैं.