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पर्सनल एक्सीडेंट कवर के लिए कॉम्प्रिहेंसिव गाइड

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03 जुलाई 2023

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अपने पेशे या व्यक्तिगत कारणों से क्या आपको बहुत ज्यादा यात्रा करनी पड़ती है? यदि हां, तो आपके पास पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर होना चाहिए. a1>हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों को कवर कर सकती है, और लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी एक्सीडेंट के कारण होने वाली मृत्यु को कवर कर सकती है. इनके अलावा भी पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कई अन्य लाभ प्रदान करता है. इसलिए, आपके पास लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस कवर के साथ अलग से पर्सनल एक्सीडेंट कवर होना चाहिए. इस आर्टिकल में समझेंगे कि पर्सनल एक्सीडेंट कवर, क्या है, इसकी विशेषताएं और लाभ क्या हैं, इसे किसको खरीदना चाहिए आदि.

पर्सनल एक्सीडेंट कवर क्या है?

A पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी एक प्रकार की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, जो दुर्घटना में लगी चोटों, विकलांगता और मृत्यु के लिए कवरेज प्रदान करती है. यह एक्सीडेंट के कारण किसी निर्दिष्ट घटना (मृत्यु, विकलांगता आदि) होने पर एक निश्चित भुगतान प्रदान करती है. यह पॉलिसी अन्य वैकल्पिक लाभ, जैसे हॉस्पिटलाइज़ेशन का खर्च, एंबुलेंस की लागत, अंतिम संस्कार का खर्च, हॉस्पिटल कैश लाभ, आय के नुकसान से सुरक्षा, बच्चे की शिक्षा का लाभ, आदि भी प्रदान कर सकती है.

पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवरेज

पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत मिलने वाले कवरेज के दायरे में निम्नलिखित शामिल हैं:

1) दुर्घटना में होने वाली मृत्यु: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को दुर्घटना में चोट लगती है और इसके कारण मृत्यु हो जाती है, तो सम अश्योर्ड के 100% का भुगतान किया जाएगा. यह राशि नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को दी जाएगी.

2) स्थायी पूर्ण विकलांगता: अगर एक्सीडेंट के कारण इंश्योर्ड व्यक्ति स्थायी रूप से पूर्ण विकलांग हो जाता है, तो सम अश्योर्ड के 100% भुगतान किया जाएगा. पॉलिसी के नियम और शर्तों के अनुसार स्थायी पूर्ण विकलांगता निर्दिष्ट प्रकृति की होना चाहिए. उदाहरण के लिए, दोनों आंखों की रोशनी का पूरी तरह से और हमेशा के लिए जाना, दोनों हाथों या दोनों पैरों का काम करने लायक न रह जाना, आदि.

3) स्थायी आंशिक विकलांगता: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति किसी दुर्घटना के कारण स्थायी आंशिक विकलांगता का शिकार हो जाता है, तो सम अश्योर्ड के निर्दिष्ट प्रतिशत भुगतान किया जाएगा. पॉलिसी के नियम और शर्तों के अनुसार स्थायी आंशिक विकलांगता निर्दिष्ट प्रकृति की होनी चाहिए. उदाहरण के लिए, एक हाथ के उपयोग लायक नहीं रह जाने के नुकसान के लिए, सम इंश्योर्ड के 50% भुगतान किया जाएगा, या एक कान के नुकसान पर, सम इंश्योर्ड के 15% भुगतान किया जाएगा. स्थायी आंशिक विकलांगता की विशिष्ट प्रकृति और इसके लिए भुगतान किए जाने वाले सम इंश्योर्ड के प्रतिशत के लिए पॉलिसी की नियमावली देखें.

पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी बेस पॉलिसी के हिस्से या वैकल्पिक लाभ के रूप में अन्य लाभ प्रदान कर सकती है. इनमें से कुछ हैं:

1) अस्थायी पूर्ण विकलांगता: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति किसी दुर्घटना के कारण अस्थायी पूर्ण विकलांगता के शिकार हो जाते हैं और अपना रोज़गार/व्यवसाय चलाने में सक्षम नहीं रहते, तो उन्हें पॉलिसी के नियम और शर्तों के अनुसार एक निश्चित समय अंतराल पर एक निर्दिष्ट क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाएगा. उदाहरण के लिए, इंश्योर्ड व्यक्ति जब तक अपने रोज़गार/व्यवसाय में वापस नहीं लौट आते, तब तक प्रति सप्ताह मूल सम इंश्योर्ड के 1% का भुगतान किया जा सकता है. लाभ का भुगतान कितने हफ्तों तक किया जाएगा, इस पर एक अधिकतम सीमा हो सकती है. लाभ बेस पॉलिसी के हिस्से के रूप में या वैकल्पिक लाभ के रूप में प्रदान किया जा सकता है.

2) हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्च: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को दुर्घटना के कारण चोट लगती है और उन्हें कम से कम 24 घंटों के लिए हॉस्पिटल में भर्ती किया जाता है, तो पॉलिसी हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों को कवर करेगी. कवरेज (उदाहरण के लिए, सम अश्योर्ड के निर्दिष्ट प्रतिशत तक) पर किसी सीमा, इन्क्लूज़न, एक्सक्लूज़न, कवरेज की अवधि, आदि के लिए पॉलिसी के नियम और शर्तों को देखें.

3) हॉस्पिटल कैश बेनिफिट: अगर एक्सीडेंट के कारण इंश्योर्ड व्यक्ति को हॉस्पिटल में भर्ती किया जाता है, तो पॉलिसी एक निर्दिष्ट दैनिक राशि का भुगतान करेगी.

4) हड्डियों का टूटना: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को शारीरिक चोट लगती है जिसके कारण कोई हड्डी या हड्डियां टूट जाती हैं, तो पॉलिसी फ्रैक्चर के प्रकार के आधार पर क्षतिपूर्ति के रूप में सम अश्योर्ड के एक निर्दिष्ट प्रतिशत का भुगतान करेगी. उदाहरण के लिए, शरीर के पिछले हिस्से में चोट लगती है, जिसकी वजह से रीढ़ की हड्‌डी को नुकसान पहुंचा है, तो पॉलिसी सम इंश्योर्ड के 100% का भुगतान करेगी. अगर कंधे में फ्रैक्चर (कॉलर बोन या शोल्डर ब्लेड) हुआ है, तो पॉलिसी सम इंश्योर्ड के 30% का भुगतान करेगी. विवरण के लिए पॉलिसी के नियम और शर्तें देखें.

5) जलना: अगर जलने (उदाहरण के लिए, सेकेंड या थर्ड डिग्री बर्न) के कारण इंश्योर्ड व्यक्ति शारीरिक रूप से जख्मी होता है, तो पॉलिसी सम इंश्योर्ड के एक निर्दिष्ट प्रतिशत का भुगतान करेगी. देय राशि बर्न की डिग्री और शरीर के उस अंग पर निर्भर करेगी जहां पर यह जख्म हुआ है.

6) अंतिम संस्कार के खर्च: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को शारीरिक चोट लग जाती है या कोई बीमारी होती है, जिसके कारण निर्दिष्ट अवधि में मृत्यु हो जाती है, तो पॉलिसी इंश्योर्ड व्यक्ति के लाभार्थी को अंतिम संस्कार या अंतिम क्रिया-कर्म के खर्चों का भुगतान करेगी.

7) एंबुलेंस की लागत: अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को जानलेवा शारीरिक चोट लगती है, तो पॉलिसी नज़दीकी हॉस्पिटल में एंबुलेंस से ले जाने में लगी लागत का भुगतान करेगी. यह राशि वास्तविक परिवहन लागत या निर्दिष्ट राशि, जो भी कम हो, होगी.

8) बच्चे की शिक्षा का लाभ: अगर किसी दुर्घटना में इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है या स्थायी पूर्ण विकलांगता हो जाती है, तो पॉलिसी बच्चे की शिक्षा के लाभ का भुगतान करेगी. यह लाभ सम अश्योर्ड के एक निश्चित प्रतिशत तक हो सकता है, जो पूर्णकालिक शिक्षा प्राप्त करने वाले प्रत्येक आश्रित बच्चे के लिए देय है. विशिष्ट नियम और शर्तों के लिए पॉलिसी नियमावली देखें.

पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी की विशेषताएं

पिछले सेक्शन में, हमने पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी के कवरेज के दायरे को समझा. आइए अब हम पॉलिसी की विशेषताओं पर नज़र डालते हैं:

a) प्रवेश की आयु: आमतौर पर, प्रवेश यानी पॉलिसी खरीदने की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है. प्रवेश की अधिकतम आयु इंश्योरेंस कंपनी द्वारा सीमित की जा सकती है (आमतौर पर 65 या 70 वर्ष पर).

b) न्यूनतम और अधिकतम सम अश्योर्ड: ऑफर किए जाने वाले विभिन्न प्लान में न्यूनतम और अधिकतम सम अश्योर्ड अलग-अलग होगा.

c) प्रीमियम भुगतान के तरीके: इंश्योर्ड व्यक्ति मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक प्रीमियम भुगतान के विकल्प चुन सकते हैं.

d) संचयी बोनस: पॉलिसी प्रत्येक क्लेम-फ्री वर्ष के लिए नो-क्लेम बोनस (NCB) प्रदान करती है. पॉलिसी सम इंश्योर्ड को एक निर्दिष्ट प्रतिशत तक बढ़ा सकती है (उदाहरण के लिए, प्रति वर्ष 5%). संचयी बोनस को आधारित सम अश्योर्ड के कुछ प्रतिशत पर सीमित किया जा सकता है (उदाहरण के लिए, सम अश्योर्ड का अधिकतम 50%).

e) कोई मेडिकल टेस्ट नहीं: आमतौर पर, पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी खरीदने के लिए कोई मेडिकल टेस्ट कराना आवश्यक नहीं होता है.

f) कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं: पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी की कोई प्रारंभिक प्रतीक्षा अवधि नहीं है.

g) कस्टमाइज़ेशन: यह प्लान आपको वैकल्पिक ऐड-ऑन सुविधाएं प्रदान करेगा, जिसका उपयोग करके आप पॉलिसी को आवश्यकतानुसार कस्टमाइज़ कर सकते हैं.

पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी किसे खरीदनी चाहिए?

चाहे आप वेतनभोगी हों, स्व-व्यवसायी हों या बिज़नेस चला रहे हों, अगर आपको अपने काम के लिए बार-बार यात्रा करनी पड़ती है, तो आपको पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी खरीदनी चाहिए. कुछ लोगों को प्रतिदिन घर से ऑफिस आने-जाने में लंबी यात्रा करनी पड़ती है. कुछ लोगों को हर रोज़ फील्ड पर जाना पड़ता है, क्योंकि वे सेल्स टीम का हिस्सा होते हैं. कुछ लोगों को नियमित रूप से आधिकारिक बैठकों और अन्य जिम्मेदारियों के कारण शहर से बाहर यात्रा करनी पड़ती है. उपरोक्त सभी मामलों में पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस प्लान आवश्यक है.

कुछ लोग ऐसे पेशों में हैं जिनमें दुर्घटनाओं का खतरा रहता है. उदाहरण के लिए, खदानों, हथियार और गोला बारूद के कारखानों, पटाखे के कारखानों, परिवहन क्षेत्र, रासायनिक और विस्फोटक के कारखानों आदि में काम करने वाले लोग. उपरोक्त सभी जोखिम भरे पेशे के लोगों को पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए.

कवर में क्या शामिल नहीं है?

पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस प्लान में कुछ एक्सक्लूज़न में जानबूझकर खुद को चोट पहुंचाना, युद्ध, आपराधिक गतिविधि के कारण लगी चोट, ड्रग्स, शराब के सेवन से नुकसान, पहले से मौजूद बीमारियां आदि शामिल हैं. सशस्त्र बलों, पुलिस बल आदि में ड्यूटी करते समय लगने वाली चोटों को भी बाहर रखा गया है. एक्सक्लूज़न्स पूरी लिस्ट के लिए, पॉलिसी डॉक्यूमेंट में एक्सक्लूज़न सेक्शन देखें.

जब पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी खरीदें

पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का निर्णय लेते समय, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

1) आपको जिन फीचर्स की तलाश है, आपको जिस कवर राशि की आवश्यकता है, जिस प्रीमियम का भुगतान करना चाहते हैं, सभी की लिस्ट बनाएं.

2) अंतर्निहित फीचर्स, वैकल्पिक ऐड-ऑन, इनक्लूज़न और एक्सक्लूज़न, प्रीमियम आदि के आधार पर पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी की तुलना करें.

3) अगर आप समान फीचर्स वाली पॉलिसी की तुलना करना चाहते हैं, तो सरल सुरक्षा बीमा पॉलिसी पर विचार करें. यह एक आदर्श पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी है जो सभी सामान्य और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा समान फीचर्स के साथ प्रदान की जाती है. मणिपाल सिग्ना द्वारा, इस कैटेगरी में सरल सुरक्षा बीमा, मणिपाल सिग्ना पॉलिसी प्रदान की जाती है.

4) अगर आप बेहतर उपयुक्त फीचर्स वाली पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी की तलाश कर रहे हैं, तो अन्य पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस प्लान पर विचार करें. मणिपाल सिग्ना मणिपाल सिग्ना लाइफस्टाइल प्रोटेक्शन एक्सीडेंट केयर पॉलिसी प्रदान करता है.

5) पॉलिसी को फाइनल करें, प्रीमियम का भुगतान करें, पॉलिसी के डॉक्यूमेंट प्राप्त करने पर पॉलिसी के नियम और शर्तें पढ़ें और निश्चिंत हो जाएं.

पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी अप्रत्याशित दुर्घटनाओं से फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करती है

पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी आकस्मिक चोटों, विकलांगता और मृत्यु के मामले में फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करती है. केवल इतना ही नहीं, यह आपको पॉलिसी या वैकल्पिक ऐड-ऑन के हिस्से के रूप में अन्य लाभ भी प्रदान कर सकती है. पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी का एक विशिष्ट उद्देश्य है. इसलिए, आपको इसे अपने इंश्योरेंस पोर्टफोलियो में लाइफ, हेल्थ और क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस के साथ जोड़ना चाहिए. अप्रत्याशित घटनाओं पर किसी व्यक्ति का कोई नियंत्रण नहीं होता है. हालांकि, वे पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस और लाइफ व हेल्थ इंश्योरेंस जैसे अन्य प्रकार के इंश्योरेंस के साथ इन घटनाओं के विरुद्ध फाइनेंशियल सुरक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयार हो सकते हैं. पर्याप्त रूप इंश्योर्ड होने के बाद, आप जीवन का आनंद ले सकते हैं, वह भी बिना किसी फाइनेंशियल चिंता के.