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हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को बनाएं किफायती - एक ऐसी चीटशीट, जिसकी ज़रूरत से आप थे अनजान

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03 जनवरी 2024

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क्या इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान आपकी रातों की नींद हराम कर रहा है? क्या आपकों चिंता है कि उच्च प्रीमियम आपके फाइनेंशियल प्लान को प्रभावित करेंगे और आपका बजट बिगाड़ देंगे. अगर हां, तो शायद आपके लिए यह जानने का समय आ गया है कि आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को कैसे कम करें. हां, आपके लिए अपने प्रीमियम भुगतान को कम करना और इसके बावजूद उत्कृष्ट हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज का लाभ उठाना पूरी तरह से संभव है. आप कई उपयोगी तरकीबें व सुझाव अपना कर अपनी प्रीमियम राशि को काफी कम कर सकते हैं और हेल्थ इंश्योरेंस को अपने लिए अधिक किफायती और सुलभ बना सकते हैं. इससे पहले कि हम किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदने के बारे में गहराई से समझें, आइए पहले इसकी अवधारणा के बारे में जानते हैं.

हेल्थ इंश्योरेंस क्या है?

हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसी सुविधा है जिसके तहत इंश्योरेंस प्रदाता आपके मेडिकल खर्चों के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा नेट प्रदान करते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के तहत, आपके इंश्योरेंस प्रदाता मेडिकल ट्रीटमेंट से जुड़े विभिन्न खर्चों को कवर करते हैं – प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों से लेकर हॉस्पिटल में भर्ती होने से संबंधित खर्चे, वहां रूम किराए पर लेना, डॉक्टर की फीस आदि तक. आप पूर्व-निर्धारित राशि तक हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज का क्लेम कर सकते हैं, जिसे सम इंश्योर्ड के रूप में जाना जाता है, यह वह अधिकतम राशि होती है, जिसका आप क्लेम कर सकते हैं.

हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम क्या है?

हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा लगाया जाने वाला शुल्क है, जिसके लिए वे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करते हैं. इस शुल्क का भुगतान आपको वार्षिक आधार पर करना होता है, ताकि आपको बिना किसी रुकावट के मेडिकल इंश्योरेंस कवरेज का लाभ मिलता रहे. आप जिस प्रीमियम का भुगतान करते हैं, वह आमतौर पर आपकी आयु, मेडिकल हिस्ट्री आदि जैसे कारकों पर निर्भर करता है, आपने जो पॉलिसी चुनी है, उसके आधार पर यह बढ़ भी सकता है और नहीं भी.

सबसे किफायती और उचित हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के तहत दिए जाने वाले कवरेज की तुलना में, सम इंश्योर्ड राशि आमतौर पर, काफी अधिक होती है. उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपने कुछ हजार रुपए के प्रीमियम का भुगतान करके कम लागत वाले इंश्योरेंस प्लान का विकल्प चुना हो. बदले में, आपके इंश्योरेंस प्रदाता लाखों का, और कभी-कभी तो करोड़ों रुपए का कवरेज भी प्रदान कर सकते हैं.  

प्रीमियम कैसे कम करें और सबसे किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान कैसे प्राप्त करें

टीएल;डीआर पॉइंट्स

  • हेल्थ इंश्योरेंस अपनी युवावस्था में खरीदें
  • अलग-अलग कंपनियों की इंश्योरेंस पॉलिसी देखें
  • कम सम इंश्योर्ड राशि वाली पॉलिसी चुनें
  • डिडक्टिबल वाले विकल्प चुनें
  • अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में संतुलन बनाने की कोशिश करें
  • अपनी पॉलिसी को किसी अन्य इंश्योरेंस प्रदाता के पास पोर्ट करें
  • टॉप-अप और सुपर टॉप-अप प्लान में इन्वेस्टमेंट करने पर विचार करें
  • को-पेमेंट का विकल्प चुनें
  • लॉन्ग टर्म हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में इन्वेस्ट करें
  • फैमिली फ्लोटर हेल्थ पॉलिसी चुनें

 

कम प्रीमियम वाले हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेने के लिए आप नीचे दिए गए कुछ तरीके अपना सकते हैं:

  • कम उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें

सस्ते हेल्थ केयर इंश्योरेंस प्रीमियम प्राप्त करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है जल्दी शुरू करना. अगर आप अपनी 20s में पॉलिसी खरीदते हैं, तो इंश्योरेंस कंपनियां आमतौर पर कम प्रीमियम लेती हैं. जैसे-जैसे आपकी आयु बढ़ती है, बीमारियों से जुड़े जोखिम भी बढ़ते हैं, जिससे पॉलिसी अधिक महंगी होती जाती हैं. जीवन में जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेकर, आप न केवल प्रीमियम पर बचत करते हैं, बल्कि लंबे समय तक फाइनेंशियल सुरक्षा भी प्राप्त करते हैं.

  • इंश्योरेंस पॉलिसी की तुलना करें

इंश्योरेंस खरीदने से पहले, विभिन्न प्रदाताओं की पॉलिसी की तुलना करना आवश्यक है. अलग-अलग कंपनियां विभिन्न प्रीमियम लागतों के साथ विभिन्न कवरेज विकल्प प्रदान करती हैं. इसलिए आपको कवरेज, नेटवर्क हॉस्पिटल और ग्राहक रिव्यू जैसे कारकों पर विचार करके पॉलिसी की रिसर्च और तुलना करने के लिए समय देना चाहिए. इस तरह, आप उचित दरों पर सर्वश्रेष्ठ किफायती इंश्योरेंस प्लान खोज सकते हैं.

क्या आप जानते हैं? 2021 में, पूरे भारत में 514 मिलियन लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम के तहत कवर किया गया था. यह संख्या अभी भी देश की जनसंख्या का केवल 37% है.

 

  • कम सम इंश्योर्ड वाली पॉलिसी चुनें

बड़े सम इंश्योर्ड वाली पॉलिसी व्यापक कवरेज तो प्रदान करती हैं, लेकिन उनके लिए प्रीमियम शुल्क भी काफी अधिक होते हैं. इसलिए, हेल्थकेयर को किफायती बनाने का एक विकल्प है- कम सम इंश्योर्ड वाली पॉलिसी चुनें. अगर आप ऐसे परिवार से हैं, जिसकी गंभीर बीमारियों की मेडिकल हिस्ट्री नहीं है, तो आप खास तौर से इस विकल्प पर विचार कर सकते हैं.

  • डिडक्टिबल का विकल्प चुनें

डिडक्टिबल वह राशि है जिसका भुगतान आपको अपना इंश्योरेंस कवर शुरू होने से पहले करना होता है, उच्च डिडक्टिबल चुनने से आपके प्रीमियम कम हो जाते हैं. डिडक्टिबल स्वैच्छिक भी हो सकते हैं और अनिवार्य भी. स्वैच्छिक होने पर, आप डिडक्टिबल सीमा को भी घटा-बढ़ा सकते हैं. अगर आपके बीमार पड़ने की कम आशंका है या आपके परिवार में बीमारियों की कोई हिस्ट्री नहीं है, तो उच्च डिडक्टिबल का विकल्प चुनना उचित है.

  • अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को संतुलित करें

कुछ पॉलिसी विभिन्न प्रकार की मेडिकल सेवाओं के लिए कवरेज प्रदान करती हैं, जिनमें ऐसी सेवाएं भी शामिल हैं जिनकी आपको ज़रूरत नहीं है. इसलिए, आपको अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की जांच करनी चाहिए और वे कवर हटा देने चाहिए जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है. अपनी पॉलिसी को अपनी ज़रूरतों के अनुसार बनाकर, आप आवश्यक कवरेज लाभ खोए बिना अपना प्रीमियम कम कर सकते हैं, इस प्रकार हेल्थकेयर किफायती बन जाएगी.

  • अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी पोर्ट करें

अगर आपको लगता है कि आपके इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा बहुत अधिक प्रीमियम लिया जा रहा है, और यदि आपको किसी अन्य इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा समान कवरेज के साथ अधिक किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान मिल सकता है, तो आप अपनी पॉलिसी को पोर्ट कर सकते हैं. अगर आप लागतों को कारण बताते हुए पोर्ट करने का विकल्प चुनते हैं, तो आपके इंश्योरेंस प्रदाता अन्य इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा लिए जा रहे प्रीमियम के बराबर प्रीमियम देने की पेशकश कर सकते हैं. साथ ही, आप चाहे पॉलिसी पोर्ट करें या नहीं, आपके लाभ बरकरार रहेंगे.  

  • टॉप-अप और सुपर टॉप-अप प्लान चुनें:

टॉप-अप और सुपर टॉप-अप प्लान आपको अत्यंत किफायती दरों पर अपने मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज को बेहतर बनाने में सक्षम बनाते हैं. आप कम सम इंश्योर्ड के साथ अपनी बेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी समाप्त होने के बाद ही इन प्लान को इनकैश कर सकते हैं. इस प्रकार, ये प्लान आपको बहुत कम लागत पर बड़ी कवरेज प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे आपको दीर्घकालिक, महंगे ट्रीटमेंट कोर्स के मामले में सुरक्षा मिलती है.

  • को-पेमेंट के लाभ का उपयोग करें:

को-पेमेंट एक हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसा क्लॉज है, जिसके तहत आप मेडिकल खर्चों के एक निश्चित प्रतिशत का भुगतान करने की सहमति देते हैं, जबकि शेष राशि का भुगतान आपके इंश्योरेंस प्रदाता करते हैं. डिडक्टिबल की तरह, यह क्लॉज वैकल्पिक हो सकता है. को-पेमेंट क्लॉज वाली पॉलिसी चुनने से आपका प्रीमियम काफी कम हो सकता है. एक आसान तरीका यह है कि जब आप युवा हों और क्लेम फाइल करने की संभावना कम हो तो को-पेमेंट के क्लॉज वाली पॉलिसी का विकल्प चुनें. आयु बढ़ने के साथ आप अपनी पॉलिसी को कभी भी बदल सकते हैं और बाद में को-पेमेंट के क्लॉज को हटा सकते हैं.

  • लॉन्ग-टर्म हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदने पर विचार करें:

इंश्योरेंस प्रदाता आपको एक समय में 2-3 वर्षों के निरंतर कवरेज के साथ लॉन्ग-टर्म हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदने की भी अनुमति देते हैं. ऐसी पॉलिसी हेल्थकेयर को किफायती बनाती है क्योंकि इंश्योरेंस प्रदाता आमतौर पर प्रीमियम पर छूट प्रदान करते हैं. इस प्रकार, भले ही प्रीमियम की शुरुआती कीमत अधिक दिखती है, तो भी कुल इंश्योरेंस अवधि में आपके हेल्थ केयर प्लान की लागत आमतौर पर कम होगी, क्योंकि आपको हर वर्ष अपनी पॉलिसी को रिन्यू न करवाने का लाभ प्राप्त होगा.

  • फैमिली फ्लोटर प्लान चुनें:

फैमिली फ्लोटर पॉलिसी एक प्रकार का इंश्योरेंस प्लान है जो एक ही सम इंश्योर्ड के साथ एक सिंगल प्लान में परिवार के 4-6 सदस्यों को कवर करता है. यह परिवारों के लिए सबसे अधिक किफायती विकल्पों में से एक है. ऐसी पॉलिसी में, कवर किए गए सदस्यों को सम इंश्योर्ड राशि शेयर करनी होगी. आप किफायती फैमिली मेडिकल इंश्योरेंस प्राप्त करने के लिए अपनी फैमिली फ्लोटर पॉलिसी के साथ टॉप-अप या सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान भी खरीद सकते हैं.

क्या आप जानते हैं? आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लाखों, कभी-कभी करोड़ों रुपए के कवरेज प्रदान करती है. आप बेहद कम लागत पर दिए जाने वाले सुपर टॉप-अप प्लान के तहत ऐसा कवरेज प्राप्त कर सकते हैं.

 

हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम की वृद्धि में योगदान देने वाले कारक

इंश्योरेंस प्रदाता आपके हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम की लागत निर्धारित करते समय विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हैं. आपके देय प्रीमियम की दरों को प्रभावित करने वाले सबसे प्रमुख कारकों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • आयु: आयु प्रीमियम दरों को प्रभावित करने वाला प्राथमिक कारक है. आपकी उम्र बढ़ने के साथ ही, इंश्योरेंस प्रदाता आपकी प्रीमियम दरें भी बढ़ा सकते हैं.
  • पहले से मौजूद बीमारियां: अगर आपको अस्थमा, डायबिटीज़ आदि जैसी स्वास्थ्य समस्याएं पहले से हैं, तो आपके इंश्योरेंस प्रदाता उच्च प्रीमियम दरें ले सकते हैं.
  • लाइफस्टाइल विकल्प: धूम्रपान और नियमित शराब का सेवन जैसी आपकी लाइफस्टाइल की आदतें प्रीमियम शुल्क को प्रभावित कर सकती हैं.
  • कवरेज की राशि: प्रीमियम लागत दिए जाने वाले कवरेज के समानुपात में होती है. कवरेज जितना अधिक होगा, प्रीमियम लागत उतनी ही अधिक होगी.
  • फैमिली हिस्ट्री: अगर आपके परिवार में कुछ बीमारियों का इतिहास है, विशेष रूप से कैंसर, या हृदय रोग जैसी गंभीर मानी जाने वाली बीमारियां, तो आपको अधिक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ सकता है.
  • लोकेशन: आपके शहर का भी हॉस्पिटलाइज़ेशन पर होने वाले आपके मेडिकल खर्चों पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए, आपके निवास की लोकेशन भी इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा लिए जाने वाले प्रीमियम को प्रभावित करती है.
  • पॉलिसी का प्रकार: आपकी चुनी गई पॉलिसी भी प्रीमियम लागत को निर्धारित करती है. नियमित पॉलिसी के साथ आप किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ले सकते हैं, लेकिन क्रिटिकल इलनेस प्लान के प्रीमियम अधिक हो सकते हैं.

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हेल्थ इंश्योरेंस अपने नाम के अनुरूप ही एक इन्वेस्टमेंट है. यह मेडिकल इमरजेंसी के दौरान फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है. ऐसे में, आपको लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप अच्छी हेल्थकेयर पॉलिसी में इन्वेस्ट करें. अगर आपको अपने और अपने परिवार के लिए किफायती हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की आवश्यकता है, तो आप मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस पर विचार कर सकते हैं. मणिपाल सिग्ना में, हम हर किसी के लिए हेल्थकेयर को किफायती बनाने का प्रयास करते हैं और आपकी विभिन्न ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए बजट-अनुकूल हेल्थकेयर प्लान की श्रृंखला प्रदान करने में बहुत गर्व महसूस करते हैं. इसके लिए बस हमारी वेबसाइट पर जाएं, जहां आपको हर बजट के लिए कई सारी पॉलिसी मिल जाएंगी.

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